पटवध आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जिला महिला चिकित्सालय में 4 अगस्त को विश्व स्तनपान सप्ताह के चौथे दिन मरीजों एवं सहयोगी परिवार के सदस्यों के बीच स्तनपान के विषय में जागरूकता लाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें लोगों को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्तनपान के तरीके उसके फायदे तथा नहीं पीलाने से माँ और नवजात शिशुओं को होने वाले नुकसान के विषय में जानकारी दी गई।
नाटक के पश्चात एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसको मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ विनय कुमार सिंह ने संबोधित किया। गोष्ठी में डॉ श्वेता राय,डॉ ज्योत्सना मेट्रन दुर्गा देवी, नर्सिंग आफिसर स्नेह लता श्रीवास्तव, वरिष्ठ नर्सिंग आफिसर सत्य भामा यादव सहित चिकित्सालय के कई चिकित्सक एवं कर्मचारियों के साथ-साथ मरीजों के परिवार के सदस्य मौजूद रहे।
गोष्ठी के बाद सभी चिकित्सक एवं नर्सिंग आफिसर मरीजों के बेड पर जा कर प्रत्येक माँ को संकल्प दिलाया कि प्रत्येक दशा में 6 माह तक माँ केवल अपने दुध के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं अपनाएगी, 6 माह के पाश्चात कुछ अर्द्ध ठोस पका हुआ भोजन देना शुरू करेगी और दो साल तक अपना दूध भी साथ साथ पिलाती रहेगी। मरीजों एवं परिवार जनों ने इस प्रयास का सराहना की।
रिपोर्ट-बबलू राय