माहुल आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। हजरत इमाम हुसैन की शहादत में शिया समुदाय द्वारा मनाए जाने वाले मोहर्रम के बाद छः सफर (जलुसे हरम) स्थानीय नगर में गुरुवार को धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। स्थानीय नगर में अंजुमन सज्जादिया द्वारा भारी संख्या में निकाले गये जलूस ने पूरे नगर में भ्रमण किया।
दीन और ईमान की हिफाजत करते हुए कर्बला की जंग में अपने 72 साथियों के साथ यजीद के हाथो ंशहीद हो गए। उसी को याद करते हुए शिया समुदाय द्वारा मोहर्रम का त्योहार मनाया जाता है। इस दौरान शिया समुदाय के लोग दो माह और आठ दिन तक कोई भी शुभ कार्य नहीं करते। मान्यता है कि कर्बला की जंग के दो माह आठ दिन बाद जब इमाम हुसैन के भाई इमाम जैनुल आब्दीन के सामने उनके कातिल का सिर लाया गया तब वे मुस्कुराना शुरू किए। उसके बाद हरम में खुशी की लहर फैल गई। छः सफर (जलूसे हरम) मनाते हुए माहुल नगर कस्बे के देवढी से सुबह सात बजे शिया समुदाय द्वारा जलूस निकाला गया। जगह जगह मौलानाओं द्वारा हजरत इमाम हुसैन की शहादत की तकरीरें की गई। पूरे दिन कस्बे में हजारों की संख्या में महिला पुरुष जलूस की शक्ल में घूमते रहे जिससे मेले जैसा माहौल दिन भर रहा। इस दौरान क्षेत्राधिकारी बूढ़नपुर अजय प्रताप सिंह, थानाध्यक्ष अहरौला प्रदीप कुमार, चौकी प्रभारी माहुल सुधीर सिंह के साथ अतरौलिया और तहबरपुर थाने का पुलिस बल मौजूद रहा।
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चेयरमैन लियाकत और शौकत अली ने किया जलपान का प्रबंध
माहुल (आजमगढ़)। स्थानीय नगर में जलूस ए हरम में आई हुई महिलाआें और बच्चों के लिए नगर पंचायत माहुल के चेयरमैन लियाकत अली और एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने भोजन और पानी आदि का प्रबंध किया था। सुबह सात बजे से आए लोग दोपहर में लगे स्टालों पर जम कर भोजन कर इन दोनो को दुआएं देना नही भूल रहे थे।
रिपोर्ट-श्यामसिंह