आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था का पलीता लगाने में इसके जिम्मेदार कहीं से भी कम नजर नहीं आते। सोमवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण में बीआरसी मुख्यालय अजमतगढ़ के उच्च प्राथमिक विद्यालय पर 211 बच्चों में से केवल 48 उपस्थित पाए गए। बस कर्मचारियों में से चार गैर हाजिर मिले, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नोटिस जारी करते हुए कारण पूछा है?
सोमवार को सुबह 9.40 बजे उच्च प्राथमिक विद्यालय अजमतगढ़ का जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव पाठक द्वारा जुलाई माह में पूरे किए गए सिलेबस के अनुसार हो रही यूनिट टेस्ट की संचालित परीक्षा का हाल देखने निकले तो विद्यालयों में कई दूसरी कमियां पायी गयी। यहां पर निरीक्षण में प्रधानाध्यापक जगजीवन राम सहित कुल 10 स्टाफ़ कार्यरत रहे जिसमे से बिना किसी पूर्व सूचना के चार कर्मचारी अनुपस्थित पाए गये, जिसमे वरिष्ठ सहायक अध्यापक सुनील कुमार, सहायक अध्यापिका इंदु देवी, अनुदेशक राम मनोहर चौहान (तीनो कर्मचारी) जहां एक दिन अनुपस्थित रहे वहीं अनुचर विकास कुमार 25 जुलाई से कुल 4 दिन अनुपस्थित पाए गये। इस पर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी राजीव पाठक द्वारा कड़ी नाराज़गी दिखाई गई और इस मनमानी व्यवस्था को बंद करने का निर्देश दिया गया।
विद्यालय पर कुल 211 नामांकन के सापेक्ष केवल 48 उपस्थिति पायी गयी। कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा कि प्रत्येक माह यूनिट टेस्ट अनिवार्यतः करवाया जाय। बच्चों की गुणवत्तापरक शिक्षा, गृह कार्य एवं अगले दिन उसकी जांच करने के साथ प्रति माह टेस्ट करवाने पर विशेष बल दिया।
इसी क्रम में जब वह पूर्व माध्यमिक विद्यालय नरहन खास शिक्षा क्षेत्र अज़मगतगढ़ का निरीक्षण 10 बजे किये। जहां शिक्षण व्यस्थता सुचारू रूप से संचालित पायी गयी। तत्पश्चात 10.15 बजे प्राथमिक विद्यालय अठनारू का निरीक्षण किया जहां शिक्षामित्र रिंका हस्ताक्षर बनाकर विद्यालय से गायब मिली। कंपोजिट विद्यालय चौकी खुर्द का निरीक्षण किया जहां कुल 14 कर्मचारी तैनात हैं। कुल 272 के सापेक्ष 200 बच्चे उपस्थित थे। यहां पर मासिक यूनिट टेस्ट की परीक्षा संचालित की जा रही थी।
रिपोर्ट-सुबास लाल