अंजान शहीद आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। नगर पंचायत जीयनपुर के चुनुगपार गांव में लद्दा शाह के सालाना उर्स में हजारों जायरीनों ने माथा टेका और मन्नतें मांगी। प्रेत बाधा से पीड़ित लोगों ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई। उर्स में बच्चों ने जमकर खिलौने खरीदे और झूले का आनंद उठाया।
लद्दा शाह की मजार पर प्रतिवर्ष मोहर्रम की बीसवीं और इकीसवीं तारीख़ को दो दिवसीय उर्स लगता है। जिसमें जनपद ही नहीं प्रदेश के कोने-कोने से पीड़ित लोग आते हैं और मजार पर माथा टेक कर दुआ मांगते हैं। बाबा की मजार पर चादरपोशी कर सैकड़ों लोग दुखों को दूर करने की मन्नते करते हैं। मुनमुन दाई की मजार पर भी चादरपोशी की गई। उर्स में बाराबंकी, बहराइच, जौनपुर, देवरिया, गोरखपुर, सिद्धार्थ नगर, वाराणसी, सोनभद्र, भदोही, मऊ, आजमगढ़ आदि स्थानों से दुकानदार अपने सामानों के साथ एक दिन पूर्व ही पहुंच गए थे। यहां आने वाले लोगों को विश्वास है कि भूत, प्रेत, टोना, टोटका जैसी बाधाएं बाबा के मजार पर पहुंचते ही दूर हो जाती हैं। गुरुवार को शाम से ही क्षेत्र के कव्वालों ने बाबा की शान में नज्में पढ़ना शुरू कर दिया जो देर रात तक चलता रहा। बरसात के चलते उर्स में आने वालों को परेशानी जरूर हुई पर शाम को उर्स में काफी भीड़ देखी गई। वही जीयनपुर पुलिस की व्यवस्था चाकचौबंद थीं।
इस दौरान प्रभारी निरीक्षक जीतेंद्र बहादुर सिंह, चौकी प्रभारी लाटघाट जाफर खान, एसआई सन्तोष सिंह, एसआई अमित वर्मा सहित गुलाम मोहम्मद रिज़वी, मैनुद्दीन प्रधान, हसनैन, एखलाक अहमद, आसिफ़ अहमद, याजदानी रिजवी, नदीम अहमद व्यवस्था में लग रहे।
रिपोर्ट-फहद खान