पटवध आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। बिलरियागंज नगर पालिका क्षेत्र में आम जनता नगर पालिका प्रशासन से पूछ रही है कि आखिर क्यों बना सामुदायिक शौचालय जब उसमें ताला ही लगाना था।
बिलरियागंज नगर पालिका परिषद में कहने को तो तीन-तीन सामुदायिक शौचालय बनाए गए हैं लेकिन तीनों में आज तक ताले लगे हैं और इसका उपयोग जनता ने आज तक नहीं किया। रजिस्टर में तो सामुदायिक शौचालय में कर्मचारी भी लगे हुए हैं लेकिन अफसोस है कि यह तीनों सामुदायिक शौचालय अध्यक्ष वीरेंद्र विश्वकर्मा के समय के बने हुए हैं। उस समय बिलरियागंज नगर पंचायत हुआ करती थी। फिर तब्दील होकर बिलरियागंज नगर पालिका बन गया लेकिन मामला जस का तस रहा। सबसे ज्यादा समस्या तो तब होती है जब महिलाओं को शौचालय की आवश्यकता पड़ती है। पुरुष तो अपना किसी तरह काम चला लेता है। कहने को तो एक शौचालय बिलरियागंज से महराजगंज मार्ग पर लंगड़पुर के पास बना हुआ है तो वहीं दूसरा शौचालय बिलरियागंज से रौनापार मार्ग स्थित बघैला में बना हुआ है और तीसरा पुराना चौक स्थित सब्जी मंडी मार्ग पर बना है। लेकिन तीनों आम जनता को अपनी सुविधा देने से वंचित हैं। इस बाबत नगर पालिका अध्यक्ष से भी बात की गई लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। लोगों का कहना है कि जब ताला बंद कर ही रखना था तो इसे बनाने की जरूरत क्या थी और सरकार के पैसे भी बचे रहते।
रिपोर्ट-बबलू राय