अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। तीन दिवसीय मुख्यमंत्री गन्ना कृषक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत गन्ना क्षेत्रफल एवं उत्पादन बढ़ाने के लिये गन्ना किसानों को गन्ना की नवीन गन्ना प्रजाति की जानकारी एवं गन्ना खेती को अधिक लाभकारी बनाने हेतु प्रशिक्षण के प्रथम चरण में जनपद आजमगढ़, मऊ, बलिया व जौनपुर के गन्ना विकास परिषदों के 32 गन्ना पर्यवेक्षक, चीनी मिल कर्मचारी, कृषकों के प्रशिक्षण हेतु मास्टर ट्रेनर के तीन दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का शुभारंभ जिला गन्ना अधिकारी की उपस्थिति में कृषि विज्ञान केंद्र आजमगढ़ में किया गया।
प्रशिक्षण सत्र के दौरान ज़िला गन्ना अधिकारी आजमगढ़ महेंद्र कुमार ने सभी मास्टर ट्रेनर्स को संबोधित करते हुए विभागीय योजनाओं की जानकारी दिया। अवगत कराया कि प्रशिक्षण सत्र में सभी वार्ताकार, वैज्ञानिकों द्वारा दी जा रही नई तकनीकों के व्यावहारिक ज्ञान को प्राप्त करके न्याय पंचायत स्तर पर होने वाले कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम में गन्ना किसानों को उन्नत तकनीक से प्रशिक्षित करके गन्ने की खेती को अधिक लाभकारी बनाने में अपना अमूल्य योगदान देंगे।
कृषि विज्ञान केंद्र आजमगढ़ के वैज्ञानिक ने सहफसली खेती, ड्रिप सिंचाई, मृदा परीक्षण, सन्तुलित उर्वरकों के प्रयोग, कार्बनिक, जैविक खादों के प्रयोग के बारे में प्रशिक्षित किया। ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक द्वारा गन्ना क्षेत्रफल एवं उत्पादन बढ़ाने के लिये उन्नत गन्ना प्रजाति उनकी पहचान एवं गुण के बारे में प्रशिक्षित किया। विभागीय, चीनी मिल पौधशालाओं में उपलब्ध बीज, खाद गोदामों में उपलब्ध कृषि निवेश एवं समिति में फार्म मशीनरी बैंक में उपलब्ध कृषि यंत्रों के बारे में प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण सत्र में प्रधान प्रबंधक चीनी मिल घोसी व सठियांव भी उपस्थित रहे। इस प्रशिक्षण सत्र के उपरांत सभी मास्टर ट्रेनर न्याय पंचायत स्तर पर कृषकों के समूह को प्रशिक्षित करेंगे।
रिपोर्ट-आशीष निषाद