फूलपुर आज़मगढ़ (सृष्टिमीडिया)। शासन से पैसा निर्गत न होने के कारण फूलपुर ब्लाक के 29 ग्राम पंचायतें मॉडल गांव के रूप में विकसित नहीं हो सकीं।
भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहद गावों को मॉडल गांव के रूप में चयन किया गया। फूलपुर ब्लाक के नवासी ग्राम पंचायतों में सर्व प्रथम साठ गांव का मॉडल गांव के रूप में चयनित किया गया और उन गावों में सोख्ता गड्ढा घूर गड्ढा आरआरसी सेन्टर नाली भूमिगत नाली ई-रिक्शा आदि खरीदे गए। शेष बचे 29 गांव का चयन मई 2024 में किया गया। ग्रामीण और प्रधान काफ़ी खुश नजर आए परंतु ग्यारह माह बीत जाने के बाद भी इन ग्राम पंचायतो के खाते में धन नहीं आया जिसके कारण 29 ग्राम पंचायते मॉडल गांव का स्वरूप नहीं ले सकीं। खंड प्रेरक अनूप मौर्य में बताया कि 23 मार्च 2024 को मॉडल गांव का पैसा आया और 28 मार्च को वापस हो गया। गांव सभा के खातों में ट्रांसफर नहीं हो सका जिसके कारण इन गांवों को स्चच्छ और सुंदर बनाने में कठिनाई हो रही है। कई ग्राम प्रधानों ने माडल गाव के रूप में चयन होने के बाद एडवांस कार्य भी शुरू करा दिया था जिसकी मजदूरी मजदूरों को प्रधान को देना पड़ा।
इस सम्बंध में सहायक विकास अधिकारी पंचायत राधेश्याम यादव ने बताया कि सरकार से पैसा निर्गत किया गया था। किन्हीं कारणों से पैसा वापस हो गया। इस वित्तीय वर्ष में पैसा आएगा और शेष बचे गावो ंको मॉडल गांव के रूप में बदलाव किया जाएगा।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय