लालगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। राजकीय इंजीनियरिंग कालेज देवगांव में उद्यमिता विकास पर चल रही तीसरी एक सप्ताह की अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला के तीसरे दिन शनिवार को ट्रिपल आईटी प्रयागराज के प्रो. रंजीत सिंह ने आईपीआर के बारे में प्रतिभागियों को विस्तार से बताते हुए स्टार्टअप्स और युवा उद्यमियों को अधिक अधिक से अधिक पेटेंट कराने के लिए प्रेरित किया और उसे भारत को समृद्ध बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन बताया।
दिन के दूसरे सत्र में अंतर्राष्ट्रीय वक्ता एस्टन यूनिवर्सिटी यूके के प्रो. टोमैस्ज मैकविज ने ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप मॉन्टरिंग रिपोर्ट को प्रस्तुत करते हुए उद्यमिता के वैश्वेशिक प्रभावों की चर्चा की। उन्होंने उद्यमिता की दिशा में हो रहे नवीन शोधों और नवाचारों पर भी अपने विचार रखें। अंतिम सत्र में टेरी कॉलेज की मैनेजमेंट विभाग की अध्यक्ष डॉ. नीतू सिंह ने स्टार्टअप्स में मानव संपदा के बेहतर तरीके से प्रबंधन के गुणों पर प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। अतिथियों का स्वागत संस्थान के निदेशक प्रो. बीके त्रिपाठी ने पुष्प गुच्छ और स्मृति चिन्ह प्रदान कर किया। वक्ताओं एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापन डॉ. कौशल कुमार शुक्ला द्वारा किया गया। कार्यक्रम में संस्थान के शिक्षकों डॉ.अनूप नारायण सिंह, चैतन्य निधि, महेश विश्वकर्मा सहित अन्य शिक्षकों एवं ईडीसी सेल से जुड़े छात्र छात्राओं तथा कर्मचारियों की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। संचालन संस्थान के कुलसचिव एवं कार्यशाला के समन्वयक डॉ.अम्बरीष सिंह ने किया।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद