मार्टिनगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। धान की कटाई के बाद अब गेहूं की फसल की बोआई के लिए खेतों को भरने के लिए किसानों को नहर में पानी की जरूरत है तो नहर में पानी ही नहीं है। इससे किसान परेशान हैं। नहरों में अभी सफाई का कार्य चल रहा है, जिससे नहरों में पानी के आने की उम्मीद को लेकर किसान आस लगाए बैठे हैं।
नहरों की सफाई तो लगभग हो चुकी है, लेकिन यहां नहरों में पानी नहीं आ रहा है। छोटी नहरों की बात तो दूर अभी बड़ी नहर में ही पानी नहीं है। इसके कारण इन छोटी नहरों में पानी का अकाल बना हुआ है। क्षेत्र के किसानों ने नहरों में पानी जल्द छोड़ने की मांग की है। इस शारदा सहायक नहर में पानी न आने से सैकड़ों गांव प्रभावित हैं जिनमे बरौना, बर्रे, दुबारा, चिकसावां, बडगहन, बरदह, बकेश, अहिरौली, छतरपुर, घाटमपुर, असवानियां, गोडहरा, कुड़िहर, हदीशा, राजेपुर, आदि सैकड़ों गांवों के किसान शारदा सहायक नहर के पानी के ऊपर आश्रित है।
रिपोर्ट-अद्या प्रसाद