आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। निदेशक, मुख्यालय महिला एंव बाल सुरक्षा संगठन, उत्तर प्रदेश लखनऊ के निर्देशन में बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम एवं बंधुआ मजदूर से लोगों को मुक्त कराने के लिए चलाये जा रहे मिशन शक्ति फेज 5 के आपरेशन बचपन अभियान के अंतर्गत पुलिस अधीक्षक के निर्देशन एवं नोडल अधिकारी थाना एएचटी अपर पुलिस अधीक्षक यातायात के पर्यवेक्षण में थाना एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग व श्रम विभाग की संयुक्त टीम द्वारा थाना क्षेत्र अतरौलिया के विभिन्न प्रतिष्ठानों, मिठाई की दुकानों, ढ़ाबों, रेस्टोरेंट ऑटो मोबाइल की दुकानों, गैराजों पर सघन चेकिंग किया गया। इस दौरान कुल तीन बाल श्रमिकों को कार्य करते हुए पाया गया। मौके पर कार्य कर रहे बाल श्रमिक को उसके परिजन को बुलवाकर चेतावनी देते हुए उनकी सुपुर्दगी में दिया गया। हिदायत दी गयी कि बच्चों से भविष्य में बाल श्रम न करायें तथा सम्बन्धित प्रतिष्ठानों के सेवायोजकों के विरुद्ध अधिनियम का उल्लंघन करने के संबंध में श्रमविभाग द्वारा नियमानुसार नोटिस जारी की गई। संयुक्त टीम द्वारा बालश्रम न कराने पर जोर दिया गया। पोस्टर चस्पा कर तथा इमरजेंसी सहायता हेतु शासन एवं प्रशासन द्वारा जारी टोल फ्री हेल्प लाइन नंम्बरों 108, 112, 1090, 1930,1098,1076,181 आदि के सम्बन्ध में लोगों को जागरुक किया गया।
उक्त बालश्रम उन्मूलन अभियान में पवन कुमार सोनकर, सहायक श्रमायुक्त, रोहित प्रताप, श्रम प्रवर्तन अधिकारी, विशाल श्रीवास्तव, श्रम प्रवर्तन अधिकारी, देवेन्द्र सिंह, श्रम प्रवर्तन अधिकारी, प्रभारी निरीक्षक अभयराज मिश्रा, थाना एएचटी आजमगढ़, कांस्टेबल आशीष प्रताप सिंह, महिला कांस्टेबल अर्चना तिवारी, एवं पूनम द्विवेदी, थाना एएचटी आजमगढ़ शामिल रहीं।
रिपोर्ट-सुबास लाल