रानीकीसराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जनपद में नकली केमिकलयुक्त मिठाई का भंडाफोड़ होने के बाद जहां कारोबारी शनिवार को नजर नहीं आए, वहीं दुकानों पर खेप की मिठाइयां बिकती नजर आईं। दुकानों पर भी जांच के बाद केमिकल युक्त मिठाइयों को नष्ट करना अहम होगा।
कस्बा समेत आसपास डिब्बा बंद सिंथेटिक मिठाई की बिक्री धड़ल्ले से होती रही है। विभाग द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने से कारोबार जहां फलफूल रहा था। लोगांे के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जाता रहा।
कस्बे के अलावा ऊंजी गोदाम, ऊंचा गांव, शाहपुर, शहीदवारा, बेलइसा समेत आसपास की बाजारों मे डिब्बा बंद सिंथेटिक मिठाई का कारोबार धड़ल्ले से होता रहा है। सिंथेटिक मिठाई स्वास्थ्य को कितना प्रभावित कर रही थी, कोई पूछने वाला नहीं दिखा। ब्लाक स्तर पर तैनात अधिकारी केवल महीने मंे दुकानों पर उपस्थिति दर्ज कराकर कोरम पूरा कर रहे थे। अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रांे की दुकानों की दशा यह है कि इनके यहां आलमारी में सजी मिठाई मंे उनके खुद के यहां से बनी एक भी नहीं रहती। कारण कि सिंथेटिक के कारोबारी लड्डू से लगायत हर मिठाई तैयार करते हैं। गुणवत्ता की दशा यह है कि तीन दिन में ही मिठाइयों के रंग बदल जाते हैं। केमिकल द्वारा तैयार होने से इन पर खर्चे कम आते हैं और ये सस्ते दर पर होती है। दुकानदार भी सस्ते दर पर ही बेचते हैं। कारोबारी लग्जरी वाहनों का प्रयोग करते रहे हैं, जिससे आसानी से इन पर शक भी नहीं हो। दो दिन में जिले की पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए बड़ी कार्रवाई की, परंतु सवाल यह है कि बाजार में जो मिठाइयां उतारी जा चुकी थीं उन्हें कब नष्ट किया जाएगा।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा