आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। अहरौला थाना क्षेत्र के ग्राम आलमपुर में रविवार की रात घर के बाहरी हिस्से में बरामदे में सो रहे पूर्व प्रधान श्रीराम चौहान 60 वर्ष पुत्र रामशबद चौहान की कनपटी में गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना की जानकारी सोमवार की सुबह लगभग पांच बजे उस समय हुई जब पत्नी चनौता देवी उन्हें जगाने के लिए घर से बाहर आईं। पति की हालत देख उन्होंने शोर मचाया, तो अन्य लोगों को घटना की जानकारी हो सकी। उसके बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया और लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े।
सूचना पर थानाध्यक्ष मनीष पाल, सीओ बूढ़नपुर किरण पाल सिंह, एएसपी ग्रामीण चिराग जैन और कई थानों की फोर्स घटनास्थल पर पहुंच गई। श्वान दल, फील्ड यूनिट और सर्विलांस टीम को भी बुला लिया गया। श्वान दल पुलिस को कोई सुराग नहीं दे सका।
श्रीराम चौहान रविवार की रात लगभग आठ बजे भोजन करके पुराने घर से 20 कदम की दूरी पर गांव के बीच में बने नए मकान के बरामदे में सोने चले गए। गोली कब चली और किसने मारी, यह कोई नहीं जान पाया, लेकिन परिवार के लोग प्रधान पक्ष पर आरोप लगा रहे थे।
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कई साल से गणेशोत्सव के बाद कराते थे भंडारा
आजमगढ़। श्रीराम चौहान चार भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। बड़े भाई पृथ्वीराज चौहान, तीसरे नंबर पर राम आसरे और उनके बाद लक्ष्मी चौहान हैं। तीन भाई मुंबई में रहकर अपना निजी कारोबार करते हैं और हाल ही में गणेशोत्सव में आए थे। श्रीराम चौहान मुंबई से लाकर गणेश जी की प्रतिमा भाइयों के बल पर यहां स्थापित कराते थे और भंडारा भी करवाते थे। वैसे हर सामाजिक कार्यों में आगे रहते थे। उनके व्यवहार के कारण ही गांव वालों ने 2015 में ग्राम प्रधान बना दिया था।
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सभी तथ्यों पर जांच के बाद होगी कार्रवाईः एएसपी
आजमगढ़। घटना के बाद वैसे तो परिवार के लोग प्रधानी के चुनाव को लेकर चल रही रंजिश को कारण मान रहे थे, लेकिन मौके पर पहुंचे एएसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि दोनों ओर से एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमेंबाजी की जानकारी मिली है। घटना के बारे में सभी तथ्यों की जांच के बाद यथोचित कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट-सुबास लाल