आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मोहल्ला बाज बहादुर स्थित कोट अखाड़े के मैदान से मोहर्रम की दसवीं का जुलूस नायब उस्ताद सलीम अहमद खां के नेतृत्व में निकाला गया जो बाजबहादुर होते हुए टेढिंया मस्जिद, हर्रा की चुंगी से वापस टेढिया मस्जिद होते हुए कोट राजा का किला वापस कोट होते हुए तकिया पहुंचा। इस दौरान कलाकारों ने हैरतअंगेज करतब दिखाये।
सभी इमाम चौक पर अकीदतमंदो ने न्याज फातेहा कराया। जिनकी मुरादें पूरी हुई थी उन्होंने छोटे ताजिये और पंजे चढाए। शाम सात बजे से सभी इमाम चौक से बैंड बाजे के साथ ताजिए उठाए गए जो मुख्य चौक पर जाकर एकत्र हुए। अखाड़ों के साथ सभी ताजिए देर रात कर्बला के मैदान पहुंचे जहां दफन किया गया। नगर क्षेत्र के मोहल्ला एलवल, फराशटोला कोट, कटरा, जामा मस्जिद, बाज बहादुर, एकतखा पुल आदि इमाम चौक पर बैठाए गए ताजिए शाम को बैंड बाजे के साथ उठाए गए जो मुख्य चौक पर लाए गए। मुख्य चौक पर कटरा और जामा मस्जिद के अखाड़े के साथ रहे दोनों अखाडों के खिलाड़ियों में जमकर मुकाबला हुआ। तलवार, लाठी, डंडा, बाना, बनेठी आदि खेल दिखाते हुए खिलाड़ियों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए जिसे देखकर जनता आश्चर्यचकित हो उठी। दोनों अखाड़े ताजिए के खेलते हुए पुरानी कोतवाली अखाड़ा ताजिए के साथ खेलता हुआ कोट से पहाड़पुर खेलते हुए एक साथ खेलने के बाद आए जामा मस्जिद। जामा मस्जिद एक साथ रहे। पहाड़पुर और कोट अखाड़ा एक साथ खेलते कर्बला मैदान पहुंचे और जामा मस्जिद पुरानी कोतवाली जामा मस्जिद से कर्बला मैदान ताजियों के साथ पहुंचे। कर्बला के मैदान में देर रात तक खेलने के बाद अपने रास्तों से होता हुआ अपने स्थान पर खत्म हुआ। वहीं ताजिए कर्बला मैदान में देर रात दफन किए गए। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। इस मौके पर कोट अखाड़े के उस्ताद जुबेर खान, नायब उस्ताद सलीम अहमद, मुस्ताक अहमद, शफीक अहमद, कटरा उस्ताद मुन्ना कुरैशी, जामा मस्जिद उस्ताद मुख्तार अहमद, मुफीद अहमद, महमूद खान आदि लोग उपस्थित थे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार