मुहम्मदपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। क्षेत्र के मोहिउद्दीनपुर गांव में रविवार को शिवनारायण नारायण पंथ के संत बरखू राम की स्मृति में आयोजित भंडारे में कुछ अलग ही दिखा। उपस्थित संतों ने जहां लोगों को शाकाहार अपनाने का संदेश दिया, वहीं बच्चों को शिक्षण सामग्री का वितरण कर यह बताने का प्रयास किया गया कि समाज के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। भजन-कीर्तन व प्रवचन के साथ आयोजित भंडारे में 25 संत-महंतों को सम्मानित किया गया। वहीं कक्षा एक से 10 तक के 50 बच्चों को काफी, कलम, पेंसिल, रबड़, कटर देकर शिक्षा के प्रति उन्हें उत्साहित किया गया। शिवनारायण पंथ के जिला हुकमी महंत शंकर प्रसाद ने शाकाहारी भोजन करने तथा मांस-मदिरा से दूर रहकर अच्छे कर्म करने पर बल दिया।
सेवानिवृत्ति खंड शिक्षा अधिकारी जगधारी राम ने कहा कि संत बरखू राम ने अपने जीवन में बच्चों को अच्छी शिक्षा दिया, परिवार व समाज के आगे बढ़ाने में उनका अहम योगदान रहा। उन्होंने महिलाओं से कहा कि बच्चों के अच्छी शिक्षा ग्रहण करने मेंयोगदान दें, क्योंकि पुरुष रोजी-रोटी के लिए दिनभर बाहर रहते हैं और महिलाएं परिवार में बच्चों के साथ रहती हैं।
पूर्व मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता डा. कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा ने कहाकि बरखू राम निश्चल एवं शांत स्वभाव के संत थे। भंडारे में संत बरखू राम के पुत्र शिक्षक लल्लन प्रसाद द्वारा गरीब एवं असहाय बच्चों को कापी, कलम, पेंसिल, रबर, कटर आदि वितरित कर शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास है। अंत में कार्यक्रम के आयोजक शिक्षक लल्लन प्रसाद ने सभी संत, महंत, शिक्षक एवं आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर पूर्व सांसद संगीता आजाद, हरि प्रकाश मास्टर, शंकर लाल, बाबा राजकुमार, मनफेर, राम नगीना, हरिहर राम, सन्तोष कुमार, जयहिंद यादव, अरविंद प्रसाद, राम अवतार स्नेही, जेपी सिंह, लालजी, राजकुमार, विनोद यादव, अनूप कुमार राय, प्रियरंजन आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट-सुबास लाल