फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के चलते ब्लाक मुख्यालय पर महिलाओं के लिए बने शौचालय में ताला बंद रहता है। इसके चलते ब्लाक पर आने वाली महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शिकायतों के बाद भी अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।
ब्लाक मुख्यालय पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में महिलाएं अपने कार्य या फिर अपनी ड्यूटी के लिए आती हैं। ब्लाक मुख्यालय पर कोई सामुदायिक शौचालय नहीं बना है, जबकि ब्लाक मुख्यालय पर कुल 89 ग्राम पंचायत के लोग अपने अपने काम से आते रहते हैं। लोगों को अक्सर शौचालय की आवश्यकता महसूस होती है। क्षेत्रीय जनता अधिकारियों को कोसती रहती है। वहीं ब्लाक मुख्यालय पर एक अदद महिला शौचालय बना हुआ है, जिसमें ताला लगा रहता है। जब ब्लाक मुख्यालय पर बने शौचालय की यह हालत है तो गांवों में बने शौचालयों का क्या हाल होगा। ब्लाक के अधिकारी सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। क्षेत्र के बत्तीस यादव, राज बहादुर, महेंद्र प्रसाद, नागेन्द्र यादव, राहुल, दीपक मोदनवाल, अखिलेश, प्रमोद आदि का कहना है कि विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के चलते सरकारी योजनाएं बेमानी साबित हो रही हैं। पहले के बने शौचालय में गंदगी का अंबार है। इस संबंध में खण्ड विकास अधिकारी विमला चौधरी का कहना है कि शौचालय का दुरुपयोग न हो, इसलिए ताला बंद रहता है। चपरासी के पास चाभी रहती है। जरूरत पड़ने पर ताला खोल दिया जाता है।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय