फोर्स के साथ ईवीएम की सुरक्षा पर तीसरी आंख की भी नजर

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आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। लोकसभा चुनाव के बाद एक ओर जहां प्रत्याशियों और समर्थकों के बीच जीत-हार को लेकर चर्चाएं जारी हैं, वहीं ईवीएम की सुरक्षा को लेकर प्रशासन भी गंभीर दिख रहा है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने सोमवार को मतगणना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
ईवीएम की सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक अमला पूरी तरह से सख्त है। ईवीएम को सुरक्षा व्यवस्था में स्ट्रांग रूम में रखा गया है। वहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता। शनिवार को मतदान समाप्त होने के बाद ईवीएम को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बेलइसा और चकवल स्थित एफसीआइ गोदाम में रखा गया है। इसके लिए तीन स्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। पहले में सीआरपीएफ, पीएससी और पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। स्ट्रांग रूम पर पैनी नजर रखने के लिए चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जिसकी निगरानी कंट्रोल रूम से उच्चधिकारियों द्वारा की जा रही है। वह समय-समय पर सुरक्षा बल के जवानों को निर्देश दे रहे हैं। स्ट्रांग रूम की तरफ किसी को जाने की अनुमति नहीं है। पुलिस बल के साथ सीआरपीएफ और बीएसएफ के जवानों को तैनात किया है। मतगणना चार जून को होगी। सुरक्षाकर्मी स्ट्रांग रूम में 24 घंटे पहरा देंगे।
दूसरी ओर परिणाम को लेकर चट्टी-चौराहे पर चर्चा जारी है। लोकसभा चुनाव मतदान के बाद अब परिणाम पर चर्चाएं होने लगी हैं। प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद होकर कड़ी सुरक्षा के बीच स्ट्रांग रूम में भारी सुरक्षा बलों की पहरेदारी में रखा गया है। चट्टी-चौराहों पर लोग अपनी-अपनी पार्टी की जीत का दावा करने लगे हैं। भाजपा और सपा के छोटे से बड़े नेताओं ने लोकसभा क्षेत्र में अपनी-अपनी रैलियां की। दोनों लोकसभा को दलों के बड़े नेताओं ने मथने का काम किया। मतदाताओं की अंत तक की चुप्पी ने प्रत्याशियों की धड़कन बढ़ा दिया है। वैसे समर्थक बूथों के हिसाब से जीत का दावा करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। हालांकि, जनता में इस बात को लेकर नाराजगी भी दिख रही है कि प्रत्याशी उनके दरवाजे पर नहीं आए।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार

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