फूलपुर आजमगढ (सृष्टिमीडिया)़। प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत
684.44 लाख की लागत से फूलपुर के मुंडियार से पौराणिक स्थल दुर्वासा धाम जाने वाली सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इस पर हर समय वाहनों के गुजरने पर उड़ने वाली धूल से राहगीरों के साथ आसपास के लोगों के चेहरे की रंगत बदल जाती है। सफर के बाद कपड़े जहां धूल से पट जाते हैं वहीं चेहरा खराब हो जाता है। लोग एलर्जी सहित कई बीमारियों शिकार हो जाते हैं। यह मार्ग लगभग तीन माह से निर्माणाधीन है। सड़क को खोदकर उसपर गिट्टी डालकर कर छोड़ दिया गया है। छोटे से लेकर बड़े वाहनों के चलने से धूल का गुबार उड़ने लगता है। धूल उड़ने से अगल-बगल के ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है ।
इस मार्ग का वर्ष 2023 के जुलाई माह में पूर्व सांसद संगीता आजाद और निजामाबाद विधायक आलमबदी आजमी ने शिलान्यास किया था। फूलपुर के पास मुंडियार से होकर लगभग सात किलोमीटर सड़क पौराणिक स्थल दुर्वासा तक जाती है। धाम पर बारहों महीने दर्शन-पूजन के लिए अन्य जिलों से भी लोगों का आवागमन होता रहता है। इसे चौड़ीकरण के साथ रेनीवाल करने की मांग काफी दिनांे से चल रही थी। इस मार्ग को बनाने वाली कंपनी ने तीन माह पूर्व चौड़ीकरण कर सड़क को खोदकर गिट्टी डालकर कार्य शुरू कराया था। सड़क पर वाहनों से चलना तो दूर, पैदल चलना भी बहुत की कष्टदाई हो गया है। सड़क के किनारे बसे आबादी में रहने वाले लोगों को धूल से काफी परेशानी हो रही है।
दुर्वासा धाम पौराणिक स्थल होने के कारण इस मार्ग पर प्रतिदिन लोगो का आने जाने वालो का सिलसिला जारी रहता है। बावजूद इसके सड़क बनाने वाली कंपनी द्वारा पानी का छिड़काव तक नहीं कराया गया। प्रावधान के मुताबिक निर्माण एजेंसी द्वारा दिन में दो से तीन बार पानी का छिड़काव सड़क पर कराना चाहिए। चिकित्साधिकारी डाक्टर मोहम्मद अजीम का कहना है कि लगातार धूल भरे वातावरण से सांस से संबंधित बीमारियों जैसे दमा, एलर्जी की चपेट में आ सकते हैं। ऋषि दुर्वासा दत्तात्रेय विकास समिति के व्यवस्थापक बलराम तिवारी, अशोक सिंह, पूर्व प्रधान राम केवल तिवारी, विजय राय, नीरज सिंह और पूर्व अध्यापक ज्वाला राय ने ने लोगों की समस्या को ध्यान में रखते हुए शीघ्र निर्माण और पानी के छिड़काव की मांग की है। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के जेई प्रेम प्रकाश ने बताया कि कुछ टेक्निकल समस्या है, धन रिलीज होना है, जिसके बाद आगे का कार्य शीघ्र शुरू हो जाएगा।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय