आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर नगर के गुरुघाट स्थित श्रीराम जानकी मंदिर में मानस सेवा समिति द्वारा भजन, प्रवचन इत्यादि विविध धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। आयोजन समिति के अध्यक्ष पंडित सुभाष चंद्र तिवारी कुन्दन एवं महंत संजय पांडेय ने वैदिक रीति से देवी देवताओं का पूजन किया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग संघ चालक सुरेश शुक्ला के हाथो असहायों को कंबल भी दिया गया। उन्होंने अपने संबोधन में रामजन्म भूमि पर मंदिर निर्माण को ऐतिहासिक बताते हुए राष्ट्र की एकात्मकता की कामना की। साहित्यकार प्रो.प्रभुनाथ सिंह मयंक ने कहा कि अखिल ब्रह्मांड के नायक श्रीराम के दिव्यादर्श भूमंडल के समस्त जीवों के मुक्ति शांति, आनंद, समरसता के मूल आधार हैं। उनके आदर्शों का जीवन में अनुसरण करके पारिवारिक, सामाजिक संबंध और आध्यात्मिक साधना के समस्त लक्षण सिद्ध होते रहेंगे।
अध्यक्षता करते हुये सुभाष चंद्र तिवारी कुन्दन ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम धार्मिक मूल्यों के संस्थापक हैं। वे लोगों के अंतस्तल में विराजमान हैं। अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि पर नवनिर्मित मन्दिर से संपूर्ण जनमानस में हर्ष व्याप्त है। इस अवसर पर कथावाचक अंकित महाराज, साहित्यकार संजय कुमार पांडेय सरस, डा.दीपक पांडेय, रवि प्रताप सिंह, रण विजय सिंह, शिवम, एचएन पाठक, टीपी मिश्रा, मनोज पांडेय, गोविंद दुबे, सुनील बरनवाल, आलोक, उत्कर्ष, गौरव, विपिन, नीलाम्बुज, अच्छेलाल साहू आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार