सृष्टिमीडिया लाटघाट (आजमगढ़)। रौनापार-बिलरियागंज मार्ग गड्ढों में तब्दील हो गया है वर्षों से खराब इस सड़क मार्ग पर आने जाने में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बरसात के मौसम में गड्ढों में पानी जमा होने के कारण जनता काफी परेशान है। आये दिन लोग गड्ढों में गिरकर घायल हो जा रहे हैं।
रौनापार बिलरियागंज मार्ग की जर्जर हालत पर क्षेत्रीय जनता व बाजार वासियों का कहना है कि रौनापार से चांदपट्टी यूनियन बैंक तक पता नहीं लगता है कि सड़क है या गड्ढा वर्षाे से खराब पड़ी इस सड़क पर किसी ध्यान नहीं जाता चाहे व नेता हो या अधिकारी। चुनाव के समय सभी नेताओं द्वारा भरोसा दिया जाता है कि सड़क जल्द ही बन कर तैयार हो जायेगी लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद इसकी कोई सुधि नहीं लेता। सपा बसपा भाजपा कोई भी सरकार रही हो सभी सरकारों में इस सड़क पर ध्यान नहीं दिया गया। बिलरियागंज से करखिया मोड़ तक तो कुछ सड़क में सुधार हुआ है लेकिन वहीं करखिया मोड़ यानी यूनियन बैंक से रौनापार तक जाने में घंटों लग जाते हैं आए दिन गड्ढों में साइकिल मोटरसाइकिल चार पहिया वाहन आपस में टकराते रहते हैं और आपस में लड़ते झगड़ते हैं वहीं सड़क में गड्ढे होने से लोग चोटिल हुआ करते हैं। बरसात के समय में पैदल चलना दुर्लभ हो गया है वर्तमान में हुए लोकसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ द्वारा आश्वासन दिया गया था कि अगर मैं सांसद बनता हूं तो आजमगढ़ के विकास कार्य को गति दूंगा और जो रौनापार से चांदपट्टी होते हुए बिलरियागंज मार्ग जाता है यह जल्द से जल्द मार्ग की तस्वीर बदलती नजर आएगी लेकिन अब देखना है कि जैसे अगले जनप्रतिनिधि सांसद विधायक इस समस्या पर केवल आश्वासन दिये। अब देखना यह है कि क्या वर्तमान सांसद इस सड़क की दुब्यवस्था में सुधार करते है या नहीं। क्षेत्रवासियों ने कई बार इस समस्या को लेकर क्षेत्रीय लोगों द्वारा लगभग कई वर्षों से धरना प्रदर्शन किया जाता है बरसात के समय में धान की रोपाई भी की जाती है अधिकारी आते हैं नेता आते हैं आश्वासन देकर चले जाते हैं इस जनता को आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिलता है क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि अगर सड़क का निर्माण कार्य जल्द से जल्द नहीं शुरू हुआ तो आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा और इस सड़क के लिए हम लोग धरना प्रदर्शन करेंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की होगी।
रिपोर्ट-विजय यादव