आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सोमवार को अनुदेशक शिक्षक संघ आजमगढ़ ने जिला अध्यक्ष गणेश यादव के नेतृत्व में गांधी प्रतिमा रैदोपुर में क्रमिक अनशन प्रारंभ कर दिया।
प्रदेश में संचालित होने वाले उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत लगभग 30 हजार शिक्षा अनुदेशक प्रदेश सरकार की नीतियों से त्रस्त होकर लगातार 10 वर्षों से अपने हक और अधिकार की मांग करते चले आ रहे हैं जबकि मार्च 2017 में ही अनुदेशक शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग के तहत न्यूनतम मानदेय 17000 देने का प्रस्ताव केंद्र सरकार द्वारा पास हुआ तथा उसका बजट भी जारी हुआ लेकिन प्रदेश सरकार ने अपनी हिटलरशाही व तानाशाही के बल पर अनुदेशक शिक्षकों का हक और अधिकार नहीं दिया। उच्च न्यायालय खंडपीठ लखनऊ तथा प्रयागराज की दोनों बेंच ने यह निर्णय दिया कि अनुदेशक शिक्षकों को मार्च 2017 से अब तक का मानदेय 17000 की दर से 9 प्रतिशत ब्याज सहित भुगतान किया जाय। इसके बावजूद भी प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गयी। अगर दो से तीन महीने के अंदर अनुदेशक शिक्षकों का हक व अधिकार नहीं मिलता है तो समस्त अनुदेशक पूरे प्रदेश में पदयात्रा के माध्यम से लखनऊ व दिल्ली पहुंचकर धरना प्रदर्शन व भूख हड़ताल करने पर मजबूर होंगे। इस अवसर पर लालचंद यादव, मिथिलेश, अमरजीत यादव, मनोज पांडे, पंकज, रामजतन, सुरेश, राजीव, सोनू, सौरभ, रामचंद्र, रविशंकर मिश्र, पंकज विश्वकर्मा, अंजू राय, निवेदिता राय, दीपू ओझा, अर्चना राय, हनुमान यादव, हुबेदार, पंकज चौधरी, राजेश यादव, हरेन्द्र, प्रमोद यादव, अजय मौर्य, शादाब अली, सपना जायसवाल आदि उपस्थित रहीं।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार