आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जनपद के स्थापना दिवस गौरवशाल इतिहास विकासोन्मुख वर्तमान के उपलक्ष्य में आजमगढ़ महोत्सव के तीसरे दिन कला भवन मेें विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गयी जिसमें लखनऊ की कथा रंग फाउण्डेशन द्वारा चार कहानियां सुनायी गयी जिसे सुन स्रोताओं ने खुब आनन्द उठाया।
कथा रंग फाउण्डेशन लखनऊ की टीम द्वारा चार कहानियां सुनायी गयी। जिसमें कौआ की कहानी सुनाकर टीम ने यह संदेश दिया कि हम जहां हैं वहीं खुश रहना चाहिए। दूसरों को देखकर जलन की भावना मन में नहीं लानी चाहिए अपने अन्दर ही खुशी ठुठने का प्रयास करना चाहिए। दूसरी कहानी बिल्ली की सुनायी गयी जिसमें एक पात्र बिल्ली के आतंक से काफी परेशान था घर में रखा खाने का सामान बिल्ली खा जाती थी एक दिन उसके हाथों मर गयी ब्राह्मणों ने इसे घोर पाप बताकर इसके निवारण के लिए सोने की बिल्ली दान करने व पूजा पाठ में काफी धन खर्च होने की बात कही ब्राह्मण के बताये खर्च से पूरा परिवार चिन्तित था इतने मेें बिल्ली उठकर भाग गयी पूरे परिवार ने राहत की सांस ली। इसके बाद टीम ने मुंशी प्रेमचन्द द्वारा लिखित कहानी ईदगाह सुनायी। ईदगाह कहानी में हामिद के अपने दादी अमीना के प्रति प्रेम को दर्शाया गया वहीं अमीना ऐसे पोते को पाकर प्रफुल्लित हो रही थी। टीम ने अकबरी लोटा की कहानी सुनाकर लोगों को हंसाकर लोटपोट कर दिया। अंत में आकांक्षा समिति द्वारा लोगों को सम्मानित किया गया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार