आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। फेसबुक पर विदेशी महिला बनकर लोगो से दोस्ती कर महंगे गिफ्ट व करोड़ो रुपये देने के बहाने 18 लाख की साइबर ठगी करने वाले गैंग के वांछित साइबर अपराधी सिविल इंजीनियर धीरज सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में चालान कर दिया। उसके कब्जे से 50 हजार रुपया नकद, 2 लैपटॉप व आईफ़ोन बरामद हुआ।
बीते 19 अक्टूबर 2022 को राजेश कुमार, सिधारी आजमगढ़ ने साइबर क्राइम थाना आजमगढ़ में प्रार्थना पत्र दिया कि फेसबुक पर विदेशी महिला लूसी चार्लाेट ने दोस्ती कर 25,000 यूके पाउण्ड व महंगे उपहार देने के नाम पर मुझसे करीब 18 लाख रूपये की साइबर धोखाधड़ी की गयी है। सूचना के आधार पर पुलिस मुकदमा पंजीकृत कर आरोपी की तलाश में जुट गयी। उक्त अपराध के सफल अनवारण एवं अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु अपर पुलिस महानिदेशक, साइबर क्राइम मुख्यालय लखनऊ, पुलिस अधीक्षक, साइबर क्राइम मुख्यालय लखनऊ, एवं पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ के निर्देशानुसार तकनीकी संसाधनो का प्रयोग करते हुए विवेचना के मध्य प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना परिक्षेत्र आजमगढ़ द्वारा अभिसूचना संकलन करके कार्यवाही प्रारम्भ की गयी। विवेचना से नवादा व् नालन्दा बिहार अंतर्राज्यीय साइबर गैंग के 7 अभियुक्तों का नाम प्रकाश में आया था, जिसमे 5 अभियुक्तों को पूर्व में बिहार राज्य के नवादा व् नालंदा से गिरफ्तार किया गया था। मुख्य अभियुक्त सिविल इंजीनियर धीरज सिंह की तलाश की जा रही थी.
बुधवार को वांछित मुख्य अभियुक्त धीरज सिंह पुत्र मोहन सिंह निवासी केएचनं. 1273 गली नं. 15 के ब्लाक स्वरूप नगर लिबासपुर नार्थ वेस्ट दिल्ली व स्थायी पता ग्राम भटौला थाना हरदुआगंज पोस्ट शेखुपुर जलाली जिला अलीगढ़ उत्तर प्रदेश को मोबाइल लोकेशन के आधार पर कानपुर देहात के रनिया थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में चालान कर दिया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार