आजमगढ़। सहकारिता आंदोलन के पुरोधा व पूर्व विधायक व पूर्व जिपं अध्यक्ष बाबू रामकुंवर सिंह 18वीं पुण्यतिथि नेहरू हाल के सभागार में सोमवार को पूर्वांचल विकास आंदोलन के तत्वावधान में मनाई गई। अध्यक्षता वरिष्ठ अधिवक्ता आद्या सिंह व संचालन प्रभु नारायण पांडेय ने किया।
जब देश अंग्रेजों की गुलामी में जकड़ा हुआ, चारों तरफ त्राहि त्राहि मची हुई थी। उस समय सन् 1911 में जनपद के सगड़ी तहसील अंतर्गत अजमतगढ़ ब्लाक में स्थित ग्राम छपरा सुल्तानपुर में रेखा देवी एवं बाबू हरखू सिह के आंगन में बालक राम कुंवर सिंह का जन्म हुआ। इस अवसर पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए स्व. बाबू राम कुंवर सिंह को वक्ताओं ने उनकी कर्मठता, ईमानदारी व लोकप्रियता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह अपने संघर्षों के बल पर एक साधारण से गांव से निकल कर जिपं अध्यक्ष व विधायक जैसे पद को सुशोभित किये। इसके अलावा उनके सहाकारिता आंदोलन में सक्रियता की चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि वह जिला सहाकारी बैंक व डीसीएफ के अध्यक्ष होने के अलावा उन्होने प्रदेश के सहकारिता आंदोलन में प्रमुख स्तम्भ रहे। बाबू राम कुंवर सिंह ने अपने प्रयास कई जूनियर, इंटर व महाविद्यालयां के स्थापना में योगदान देकर जिले के शिक्षा क्रांति में अहम भूमिका अदा की।
पूर्व सांसद डा. संतोष सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक बाबू राम कुंवर सिंह जिला परिषद व सहाकारी बैंक के अध्यक्ष के अलावा प्रदेश के सहाकारिता आंदोलन में महती भूमिका अदा की। उनके द्वारा जिस तरह से जनपद में शिक्षा, रोजगार व सड़क सुविधा के लिए जाति, धर्म से ऊपर उठकर संघर्ष किया गया वह सदैव यादगार रहेगा।
कार्यक्रम के दौरान जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष जयप्रकाश पांडेय, अजय कुमार सिंह, मंजू सरोज, रामबचन सिंह, अशोक अग्रवाल, चन्द्रपाल यादव, सच्चिदानंद सिंह, डा. कृष्ण मोहन त्रिपाठी चिल्ड्रेन कालेज, भाजपा नेता राजेश महुवारी, सर्वाेदय पब्लिक स्कूल प्रबन्धक राजेन्द्र यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता शत्रुघ्न सिंह आदि ने बाबू रामकुंवर सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए अपने विचार व्यक्त किये।