फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। पानी निकासी की समुचित ब्यवस्था नहीं हुई तो फूलपुर तहसील से सटे आधा दर्जन गांव के किसान धान की रोपाई नहीं कर सकेंगे। किसान अभी से भयभीत हैं कि रोपाई करने के बाद पानी लगा रहा तो फसल गल जाएगी। क्षेत्र के किसान तहसील स्तरीय अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए नालों से अतिक्रमण हटवा कर नालों की सफाईं करा जल निकासी कराने की मांग की।
पूर्व के वर्षाे में फूलपुर तहसील मुख्यालय से सटे आधा दर्जन गांव के किसानों की धान मक्का अरहर उरद आदि की फसल जल जमाव से उखठ गयी थी और किसान की एक वर्ष की मेहनत बेकार हो गयी थी। इसलिए किसान आज से चिंतित हैं।
तहसील क्षेत्र के सुदनीपुर, जोमा, उद्पुर, सहजेरपुर, इटकोहिया, टेवगा, सदरपुर, बरौली आदि गांव तहसील मुख्यालय से सटे हैं। इन गांवो में बरसात का पानी नालो बाहा सड़क की पटरियों के बगल नालों से वर्षा ऋतु का पानी कुंवर नदी में चला जाता रहा है। किसान आवश्यकता अनुसार मेड़ बांध देता था खेतो में अधिक जल होने पर मेड़ खोल देता था। पर बिगत कुछ वर्षों से मुख्य मार्गाें के किनारे आवासीय भवन बनने प्लाटरो द्वारा सड़क बना प्लाट बेच देने और पानी निकासी की कोई ब्यवस्था न करने के कारण क्षेत्र के किसानों की दिन प्रतिदिन समस्या बढ़ती गयी। किसानों द्वारा बार-बार जल निकासी की ब्यवस्था सुदृढ़ करने की मांग पर अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान न देना समस्या का अहम कारण बन गया। इसके कारण लखनऊ बलिया मार्ग व शाहंगज बलिया रेल मार्ग के मध्य खेती करने वाले किसान कई वर्षों से जल जमाव से खेती नहीं कर पा रहे हैं। जहां एक ओर इटकोहिया से लगाए जोमा सुदनीपुर उद्पुर के किसान इस समस्या को झेल रहे हैं तो वहीं खादा निजामाबाद मार्ग पर स्थित झकहा सहजेरपुर टेवगा उद्पुर आदि गांव के किसान भी जल जमाव के कारण धान सहित खरीब की फसल नही उगा पाते हैं। वर्तमान में इन गावांे के जो किसान धान की अगता रोपाई कर चुके हैं वह भी चिंतित है तो जिनकी धान की नर्सरी तैयार है वह रोपाई कराने को लेकर चिंतित हैं क्योंकि बरसात यूं ही रही तो रोपाई कराने पर पौधे डूब जायेंगे तो सारी मेहनत बर्वाद हो जाएगी। जल जमाव से परेशान इन गांवों के किसान मो.अनवर, सन्तोष सिंह, विशाल सिंह, राम अवध यादव, इटकोहिया प्रधान ध्रुपचन्द यादव, प्रधान अंकुर यादव, राजबहादुर, पवन जायसवाल, रामनयन, रामराज, मो.अंजर, मो.अरसद, लाल बहादुर यादव, राम सिगार यादव, सहित दर्जनों किसानों ने जिला सहित स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से गुहार लगाते हुए मांग की है कि जलमग्न क्षेत्र से पानी निकासी की ब्यवस्था कराई जाए अन्यथा हम किसानों की एक वर्ष की मेहनत बेकार हो जाएगी।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय