एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति मुर्मू की अगवानी की
वाराणसी (सृष्टि मीडिया)। काशी में आज उत्सव सा माहौल है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए घाटों पर रेड कारपेट वेलकम की तैयारी है। दशाश्वमेध घाट की सभी सीढ़ियों और श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में रेड कारपेट बिछा दी गई है। दोपहर 3 बजे बाबतपुर के बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति मुर्मू की अगवानी की। मुर्मू ने बेटी के साथ काल भैरव के दर्शन किए। मंदिर के पुजारी ने स्मृति चिन्ह के रूप में राष्ट्रपति को बाबा काल भैरव का तस्वीर और प्रसाद दिया। मंदिर में दर्शन के बाद राष्ट्रपति और राज्यपाल ने मंदिर के दानपत्र में दान किया।

गंगा के घाट माला-फूल से लदे
राष्ट्रपति अब श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन करेंगी। आज काशी की गंगा आरती काफी स्पेशल होगी। 21 देव कन्याओं के संग 9 अर्चक गंगा की भव्य आरती उतारेंगे। आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गंगा आरती निहारेंगी। वे पहली बार वाराणसी आ रही हैं। क्रूज से चलकर दशाश्वमेध घाट की भव्य गंगा आरती की साक्षी बनेंगी। राष्ट्रपति के आने से पहले आरती स्थल को देव-दीपावली की तरह से सजा दिया गया है। गंगा के घाट माला-फूल से लदे, साफ-सुथरे और चमकते नजर आ रहे हैं। जोनल स्वास्थ्य अधिकारी राम सकल यादव ने कहा कि धार्मिक स्थलों की ओर जाने वाली सड़कों से अतिक्रमण हटा दिए गए हैं। घाट पर से पान के पीक तक पोछवाए गए हैं। घाट को फूलों से सजाया गया है। हर चौराहे राष्ट्र ध्वज और द्रौपदी मुर्मू के पोस्टर से सजाए गए हैं। हर काशीवासी पहली बार राष्ट्रपति मुर्मू की एक झलक पाने के लिए सड़कों के किनारे बैरिकेडिंग पर खड़ा है।

सुरक्षा व्यवस्था रही दुरुस्त
वाराणसी में गंगा में नौका संचालन पर रोक लगा दी गई है। राष्ट्रपति के कार्यक्रम समाप्त होने तक गंगा के सभी 88 घाट और उसके पास नौकायन पर प्रतिबंध रहेगा। दशाश्वमेध घाट पर राष्ट्रपति के मंच से लेकर गंगा में 20 मीटर तक आमजन नावों पर बैठकर कार्यक्रम नहीं देख पाएंगे। इस सुरक्षा घेरे में जल पुलिस, PAC, बाढ़ राहत दल और एनडीआरएफ के जवान तैनात रहेंगे। 20 मीटर के दायरे से बाहर नावों पर बैठकर कार्यक्रम देखा जा सकता है। वहीं, दशाश्वमेध घाट को रंग-बिरंगे फूलों और झालरों से सजाया गया है। भारी संख्या में घंटा-घड़ियाल भी बांध दिए गए हैं। दीयों से जगमगाते घाट और टिमटिमाती लाइट देव दीपावली का एहसास कराएगी। आरती की पूरी जिम्मेदारी गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र, कोषाध्यक्ष आशीष तिवारी, सचिव हनुमना यादव समेत अन्य कई पदाधिकारी के पास है।