कांग्रेस नेत्री का आरोप, बोलीं- 100 लोगों की भीड़ ने हमें मारा, नोंचकर बाल उखाड़ दिए
पुलिस ने 7 नामजद और 1 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया
वाराणसी। एक कांग्रेस नेत्री से मारपीट और अभद्रता करने का मामला सामने आया है। महिला के अनुसार, भाजपा के लोगों ने उनके घर में घुसकर बेरहमी से मारपीट की। उनके कपड़े तक फाड़ दिए। उनका आरोप है कि उन्होंने 20 लाख रुपए रंगदारी देने से इनकार कर दिया था। इसके चलते 100 लोगों की भीड़ ने उन्हें और उनकी मां को मारा-पीटा। मामला तूल पकड़ने पर पुलिस ने 7 नामजद और 1 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। हालांकि, अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़ित महिला कुत्तों का शेल्टर हाउस और बच्चों की फ्री कोचिंग चलाती है। साथ ही कांग्रेस की पूर्व प्रवक्ता हैं। मामला सारनाथ थाना क्षेत्र का है।
काली स्कॉर्पियो पर लगा था बीजेपी का झंडा
पहाड़िया स्थित बेनीपुर में कांग्रेस नेत्री सृष्टि कश्यप रहती हैं। उन्होंने बताया कि 26 जनवरी को 100 लोगों ने अचानक मेरे घर पर धावा बोल दिया। वे लोग कुछ महिलाओं को लेकर काली स्कॉर्पियो पर बीजेपी का झंडा लगाकर आए थे। उनके साथ पुलिस वर्दी में आए कुछ लोगों ने बदतमीजी से बातें की और धमकियां दीं। सृष्टि ने बताया कि उनके साथ आए दूसरे लोगों को भड़काते हुए कहा कि ये लोग ऊंची जाति के हैं, इन्हें यहां से फेंक दो। इसके बाद मुझे और मां को दिनदहाड़े पुलिस के सिपाहियों के सामने मारा-पीटा। मेरे कपड़े तक फाड़ दिए। पत्थर उठाकर मारा। यहां तक कि मेरे बाल भी उखाड़ दिए। मारपीट के दौरान जब मैंने सवाल करते हुए वीडियो बनाया तो मेरे साथ बदसलूकी की गई।
मेरी हत्या हुई तो वाराणसी पुलिस जिम्मेदार होगी
उन्होंने बताया कि मेरी और मां की हत्या छोड़कर सब कुछ हो गया। यदि मेरी हत्या होती है, तो इसके पीछे वाराणसी पुलिस ही जिम्मेदार होगी। सारनाथ पुलिस ने 24 घंटे बाद केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है। उनके पास एक-एक गतिविधि के वीडियो हैं। सृष्टि कश्यप ने बताया कि रंगदारी के 20 लाख रुपए न देने की वजह से मेरे साथ मारपीट की गई। जब हमने पैसे देने से इनकार किया, तो 10 दिन तक मेरे घर की बिजली काट दी गई। किसी तरह से बिजली की व्यवस्था हुई, तो इन लोगों ने हमला ही कर दिया। कांग्रेस नेत्री ने बताया कि मुझसे कई दिनों से रंगदारी मांगी जा रही थी। मगर, इस बवाल की शुरूआत 25 जनवरी को हुई, जब कुछ लोग पब्लिकली मेरे दरवाजे पर आकर गालियां दे रहे थे। मैंने बेनीपुर पुलिस को फोन किया। कुछ देर बाद देखा कि काली गाड़ी में 3-4 लोग पुलिस की वर्दी में खड़े थे। नकली पुलिस लग रही थी। ये लोग बेनीपुर पुलिस चौकी से नहीं थे। उन्होंने मुझसे कहा ‘ए सुन इधर आ, तू कलेक्टर है।’ इनसे नाम पूछा तो एक सिपाही ने जवाब दिया कि अपनी इंग्लिश अपने पास रखिए। कौन हो तुम, जो मैं अपना नाम तुम्हें बताऊं।
मार एके ई बड़ जात क हिए
उन्होंने बताया कि 26 जनवरी को काली स्कॉपियो में आकर लोगों ने मेरे घर पर हमले किए। बनारसी बोली में कहा कि मार ई बड़ जात क हिए। अंदर मारपीट हो रही थी और बाहर पुलिस मूकदर्शक बनी हुई थी। मेरा कुर्ता वहां पर सबके सामने फाड़ा गया। कांग्रेस नेत्री ने बताया कि मैंने अपने घर में ही कुत्तों के रहने के लिए शेल्टर बनवाया है। इसमें करीब 30 कुत्ते रहते हैं, जिनमें से आधे पपी और बाकी बड़े कुत्ते हैं। इनको भोजन से लेकर आवास और सारी व्यवस्था मेरी ओर से रहती है। इस तरह की गतिविधियों को देखकर लोगों को लगता था कि यदि मैं 50-60 कुत्तों को खाना खिला रही हूं। तो इसका मतलब है कि इनके पास बाहरी फंडिंग होगी। तो क्यों नहीं राजभर समाज के नाम पर कुछ पैसों की वसूली हो जाए। मैं खुद के दम पर शेल्टर हाउस चलाती हूं। यहां तक कि आज तक मेरे NGO का बैंक अकाउंट भी नहीं है। मेरे पास कोई बाहरी फंडिंग नहीं आती।
मुझे ओबामा ने भी दी है मान्यता
कांग्रेस नेत्री ने बताया कि मैं एक प्रतिष्ठित व्यवसायी हूं। मुझे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी मान्यता दी है। पद्मश्री और बिहार रत्न पुरस्कार प्राप्त परिवारों से आती हूं। मैंने अपना जीवन सामाजिक कार्यों के लिए समर्पित कर दिया है। सारनाथ के थानाध्यक्ष धर्मपाल सिंह ने बताया कि कांग्रेस नेत्री की शिकायत पर भूपेंद्र मिश्र, राजेश, रीमा मिश्रा, उपेंद्र मिश्रा, लक्ष्मीना, लक्ष्मीना का बेटा, रीमा के पति और 1 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इनके एड्रेस या प्रोफेशन के बारे में कोई जानकारी नहीं है। कोई आरोपी अभी तक पकड़ा नहीं गया है। मामले की जांच चल रही है।