आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जनपद न्यायाधीश जय प्रकाश पाण्डेय की अध्यक्षता में न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें न्यायिक अधिकारीगण, बैक पदाधिकारीगण, अधिवक्तागण, न्यायालय के कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ जनपद न्यायाधीश जय प्रकाश पाण्डेय द्वारा दीप प्रज्जवलित करके तथा वाग्देवी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया गया। जनपद न्यायाधीश ने कहा कि लोक अदालत आम आदमी के लिए उपलब्ध एक महत्वपूर्ण वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र है, जिसके माध्यम से विवाद का निपटारा निःशुल्क व त्वरित किया जाता है। लोक अदालत में दिया गया फैसला अन्तिम होता है, उसके खिलाफ किसी उपरी न्यायालय में अपील नहीं होती हैं। लोक अदालत में दिये गये फैसले सुलह-समझौते के आधार पर होते हैं इसलिए पक्षकारों के बीच मतभेद भी समाप्त हो जाते है। इसमें न कोई जीतता है और न ही कोई हारता है।
लोक अदालत में निस्तारण हेतु कुल 113161 वाद चिन्हित किये गये थे, जिसमें कुल 95957 वाद निस्तारित हुए तथा रू0 154275339 धनराशि का समझौता हुआ। प्रीलिटिगेशन स्तर पर 81357 तथा कोर्ट से 14600 दीवानी व फौजदारी वाद, राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारित हुए। न्यायाधीश द्वारा 01, अजय कुमार सिंह पीठासीन अधिकारी न्यायालय मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा 68, अहसानुल्लाह खान, प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय द्वारा 50, संदीपा यादव, अपर प्रधान न्यायाधीश न्यायालय संख्या-02 द्वारा 29, प्रेम शंकर, अपर प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय संख्या-01 द्वारा 51 वादों का निस्तारण किया गया। प्रधान न्यायाधीश अहसानुल्लाह खान, अपर प्रधान न्यायाधीशगण संदीपा यादव व प्रेम शंकर तथा काउन्सलर्स कुलदीप कुमार सिंह, श्रवण कुमार गुप्ता, विनय कुमार तिवारी के सकारात्मक सहयोग से कुल 21 दम्पत्तियों को लोक अदालत में सुलह समझौते के आधार पर मेल मिलाप कराकर सहर्ष विदा किया गया। सतीश चन्द्र द्विवेदी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट नं0-01 द्वारा कुल 03, कमला पति-प् विशेष न्यायाधीश एस0सी0/एस0टी0 एक्ट द्वारा 06, जैनेद्र कुमार पाण्डेय, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट नं0- 03 द्वारा 03, अजय श्रीवास्तव, विशेष न्यायाधीश ई0सी0 एक्ट द्वारा कुल 168, संतोष कुमार यादव अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट नं0-06 द्वारा 10, रमेश चन्द-अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एफ0टी0सी0-01 द्वारा 4, जैनुद्दीन अंसारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एफटीसी-02 द्वारा 01 वाद का निस्तारण किया गया। सत्यवीर सिंह मुख्य न्यायिक मजिस्टेªट द्वारा 2754 निस्तारण किया गया।
रिपोर्ट-सुबास लाल