आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। राजकीय मेडिकल कालेज चक्रपानपुर आजमगढ़ के आउटसोर्स सुरक्षा कर्मी (गार्ड) शुक्रवार को भाजपा जिलाध्यक्ष ध्रुव सिंह से मिले और शिकायती पत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगाई। इस दौरान कर्मियों ने नौकरी से निकाले जाने का आरोप लगाया। भाजपा जिलाध्यक्ष ने प्रधानाचार्य से मिलकर मामले का निस्तारण कराये जाने का भरोसा जताया। तब जाकर आउटसोर्सिंग कर्मी कार्यालय से लौटे।
आउटसोर्स कर्मियों ने बताया कि हम लोग 2012 से ही राजकीय मेडिकल कालेज चक्रपानपुर में आउटसोर्स कर्मी के रूप में अपनी निर्बाध सेवा दे देते आये है, इतना ही नहीं कोरोना काल में भी हमने अपनी जान को जोखिम में रखकर लोकहित में अपनी सेवा दी है, जिस पर हमें सम्मानित भी किया गया। लेकिन जनवरी से लेकर आज तक हमारा छह माह का अल्पमानदेय रोक दिया गया और अब हम प्रधानाचार्य द्वारा निकाले जाने की बात कही जा रही है। यह भी आरोप लगाया कि हमें गार्ड के पद पर रखकर कई अन्य कार्यों में भी लगाकर शोषण किया गया। लेकिन मेडिकल कालेज को अपना परिवार मानते हुए हम लोगों ने हर कार्याें में अपना योगदान दिया।
उन्होंने बताया कि अल्प मानदेय के बावजूद हमने जीवन का 12-15 साल मिनी पीजीआई में कार्य किया है अब जीवन के इस मोड़ पर हम लोग कहां जाएंगे। 110 आउटसोर्स कर्मियों में अधिकांश ऐसे ही कर्मी है जिनकी भूमि अधिग्रहण में ली गई और उन्हें स्थायी करने का वादा पर आउटसोर्स कर्मी की नौकरी दे दी गई। अब 15 वर्ष बाद हमें निकाले जाने का मामला ज्यादती है, जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर हमारी सेवा बहाली को जारी नहीं रखा गया तो हम आमरण अनशन करेंगे और अपनी आवाज शासन प्रशासन तक पहुंचायेंगे।
आउटसोर्स कर्मियों की पीड़ा सुनने के उपरांत भाजपा जिलाध्यक्ष ध्रुव सिंह ने कहाकि पहले 6 माह का लंबित वेतन दिलाया जाएगा। साथ ही किसी भी कर्मियों को नौकरी से नहीं निकाला जाएगा, हम शासन को इसके लिए पत्र लिखेंगे और अपने लोगों के जीवनयापन के एक मात्र जीविकोपार्जन के साधन की रक्षा करेंगे। हम लोग कोरोनावारिर्यर रहे हैं। अब आप लोगों पर पर किसी भी तरह का कोई आंच आयेगी तो हम आपकी रक्षा करेंगे।
पत्रक सौंपने वालों में मीना, लल्लन, संतोष, राजेंद्र, नंदलाल, अशोक, अतुल, भीम, बृजेश, चन्द्रभान, दुलारे, देवनरायण, जगदीश, हरिकेश, जयप्रकाश, गीता, जितेंद्र, लल्ली, महेंद्र, महेश, राजेश, मनोज, मोती, मुन्ना, अनिल, सत्यप्रकाश, श्रवण, विमलेश, उमेश, श्रवण आदि शामिल हैं।
रिपोर्ट-सुबास लाल